Health Tips- सिर में पानी का स्तर बढ गया हैं, कैसे पता करें

 

जितना इंसान आगे बढता जा रहा हैं, उतना ही वो गंभीर बीमारियों से ग्रसित होता जा रहा हैं, अपना भविष्य बनाने के चक्कर में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनकी जीवनशैली और खानपान बिल्कुल ही खराब हो गया हैं, जिससे कई गंभीर बीमारियां उन्हें कम उम्र में अपना शिकार बना लेती हैँ। ऐसे में अगर हम बात करें सिर में पानी भरने की समस्या की तो यह किसी भी उम्र में हो सकती हैँ। जिसे अंग्रेजी भाषा में हाइड्रोसेफलस कहते हैँ।

यह एक खतरनाक स्थिति है जिसे उपचार की आवश्यकता होती है। अगर इसका इलाज सही समय पर नहीं किया जाएं तो ब्रेन डैमेज हो सकता है। आपको बता दें कि यह रोग मस्तिष्कमेरु द्रव के असंतुलन के कारण होता है। इंसान के शरीर में मस्तिष्कमेरु द्रव (CSF) नामक एक द्रव होता है जो मस्तिष्क और रीढ़ के चारों ओर बहता है। सामान्य स्थिति में रक्त वाहिकाएं इस CSF द्रव को अवशोषित कर लेती हैं, लेकिन कभी कभी  CSF द्रव की मात्रा अधिक बढ़ जाती है तो सिर में पानी की स्थिति बन जाती है।

आइए जानते हैं इसके बढने के प्रमुख कारण-

1) मस्तिष्कमेरु द्रव के प्रवाह में रुकावट से CSF का अत्यधिक संचय होता है।

2) रक्त वाहिकाओं की इसे अवशोषित करने की क्षमता कम होने के कारण यह द्रव अधिक जमा हो जाता है।

3) कई केस में आपका मस्तिष्क अधिक CSF का उत्पादन करने लग जाता हैँ।

जलशीर्ष के लक्षण

1) लंबे समय तक सिरदर्द,

2) मतली और उल्टी,

3) धुंधली दृष्टि,

4) आँखों को स्थिर रखने में असमर्थता,

5) शरीर का संतुलन बनाए रखने में असमर्थता,

6) संतुलन का अचानक नुकसान,

7) चलने में कठिनाई,

8) बार-बार पेशाब आना,

9) लक्षणों में अत्यधिक नींद आना शामिल हो सकता है।

सिर में पानी जमा न हो इस बात का ध्यान रखना चाहिए

1) सावधान रहें कि सिर में चोट न लगे।

2) टीका लगवाना चाहिए।

3) वाहन चलाते समय हेलमेट व सीटबेल्ट का प्रयोग करना चाहिए।