Child Care Tips-क्या आपका बच्चा मौसम बदलने के साथ पड़ जाता हैं बीमारि, जानिए कैसे रखें ख्याल

 

जैसे-जैसे मौसम बदलता है, कड़कड़ाती ठंड से राहत मिलती है, वैसे-वैसे ऐसे मौसम की भी शुरुआत होती है जहां बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सर्द सुबह-शाम और गर्म दिनों के बीच तापमान में उतार-चढ़ाव, विशेष रूप से बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करता है। इस दौरान वे सर्दी, वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, दस्त और बुखार जैसी बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, ऐसे में बदलते मौसम में अपने बच्चे का विशेष ख्याल रखें, आइए जानें कैसे-

पौष्टिक आहार:

सुनिश्चित करें कि बच्चों को आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित, घर का बना आहार मिले। पर्याप्त पोषण उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और बीमारियों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जलयोजन:

जीवाणु संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए बच्चों को उबला हुआ पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके अलावा, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उनके आहार में ताजे फल और सब्जियां शामिल करें। उपभोग से पहले, दूषित पदार्थों को खत्म करने के लिए फलों को साफ पानी से अच्छी तरह धो लें।

पंखे या एसी के उपयोग से बचें:

बच्चों के कमरे में पंखे या एयर कंडीशनर का उपयोग करने के प्रलोभन से बचें, खासकर ठंडी सुबह और शाम के दौरान। ठंडी हवा के संपर्क में आने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं और बीमारी में योगदान हो सकता है।

उपयुक्त वस्त्र:

जैसे-जैसे तापमान में उतार-चढ़ाव होता है, बच्चों को समय से पहले गर्मी की पोशाक पहनाने से बचें। सुनिश्चित करें कि उन्होंने पर्याप्त कपड़े पहने हों, गर्माहट बनाए रखने के लिए उनकी हथेलियों और तलवों को ढकने पर ध्यान दें।

ठंड का सेवन सीमित करें:

बच्चों को ठंडे पेय पदार्थ, आइसक्रीम या ठंडा पानी पीने से हतोत्साहित करें, क्योंकि वे गर्मी से राहत चाहते हैं। हालाँकि, ऐसी वस्तुएँ उनके स्वास्थ्य से समझौता कर सकती हैं, मौजूदा स्थितियों को और खराब कर सकती हैं। उनकी भलाई बनाए रखने के लिए गर्म विकल्प चुनें।