Health Tips- देश में लगातार बढ़ रहा हैं डेंगू-मलेरिया, जानिए दोनों में अंतर

 

देश में  बरसात के मौसम के कारण मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया दोनों का प्रसार लगातार बढ़ रहा है। अगर इन बीमारियों का इलाज नहीं किया गया तो ये घातक परिणाम दे सकती हैं। ऐसे में दोनो के बीच के लक्षणों को समझना बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।

मलेरिया:

मलेरिया एक परजीवी संक्रमण है जो मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है। मलेरिया के सामान्य लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, पसीना आना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान और मतली शामिल हैं। मलेरिया के चार प्राथमिक प्रकार हैं: प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम, प्लास्मोडियम विवैक्स, प्लास्मोडियम ओवले और प्लास्मोडियम मलेरिया।

डेंगू:

डेंगू मादा एडीज एजिप्टी मच्छरों के काटने से फैलने वाले वायरस होता है। डेंगू के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर और जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, खुजली, थकान और निम्न रक्तचाप शामिल हो सकते हैं। डेंगू दो मुख्य रूपों में प्रकट होता है: डेंगू बुखार और डेंगू रक्तस्रावी बुखार। इस बीमारी में मरीज का प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है, जिससे अक्सर अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है।

इन बीमारियों से बचाव के लिए:

मच्छरों के प्रजनन को रोकें: अपने घर और उसके आस-पास जमा पानी को हटा दें, क्योंकि ये गंदे पानी में पनपते हैं। कूलर, गमले, टायर और बर्तन जैसे कंटेनरों में पानी नियमित रूप से बदलें।

मच्छरों से खुद को बचाएं: मच्छरदानी लगाएं, लंबी बाजू के कपड़े पहनें और मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे लगाएं।

उचित स्वच्छता अपनाएं: संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए मच्छर के संपर्क में आने से पहले और बाद में अपने शरीर को साबुन और पानी से साफ करें।

जागरूकता बढ़ाएँ: अपने परिवार और दोस्तों को मच्छर जनित बीमारियों और सुरक्षा के महत्व के बारे में शिक्षित करें।