Astrology Tips- भूलकर भी मॉ लक्ष्मी पर को ना चढाएं ये ऐसे फूल, नाराज हो जाती है मॉ

 

हिंदू धर्म में, माँ लक्ष्मी को धन की देवी के रूप में पूजा जाता है और माना जाता है कि उनका आशीर्वाद प्राप्त करने से व्यक्ति वित्तीय कठिनाइयों से बच जाता है। वास्तु शास्त्र, एक प्राचीन भारतीय वास्तुकला विज्ञान, किसी के जीवन में समृद्धि के निरंतर प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश और उपाय प्रदान करता है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि मॉ लक्ष्मी को कोनसे फूल नहीं चढाने चाहिए-

मंदिर का स्थान:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर रखने की सही दिशा ईशान कोण है, जो उत्तर और पूर्व के बीच स्थित है। यह दिशा देवी लक्ष्मी की उपस्थिति का आह्वान करने के लिए शुभ मानी जाती है। इसके अतिरिक्त, मंदिर को ऐसी जगह पर स्थापित करना महत्वपूर्ण है जहां सूरज की रोशनी और हवा स्वतंत्र रूप से प्रवेश और प्रसारित हो सके।

पेशकश का विकल्प:

पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद का ध्यान रखना जरूरी है। गिरे हुए फूलों, दुर्गंधयुक्त फूलों या टूटी पंखुड़ियों वाले फूलों का उपयोग करने से बचें। इसके अलावा, पूजा के दौरान चढ़ाए गए फल बिना किसी कटे या टूटे हुए पूरे प्रस्तुत किए जाने चाहिए।

स्वच्छता बनाए रखें:

वास्तु शास्त्र मंदिर क्षेत्र के आसपास स्वच्छता के महत्व पर जोर देता है। मंदिर के पास चप्पलों का रैक या गंदे कपड़ों वाले कपड़े धोने का बैग रखने से बचें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है। हिंदू मान्यताएं बताती हैं कि देवी लक्ष्मी उन स्थानों पर निवास करती हैं जो साफ-सुथरे होते हैं, इसलिए घर और मंदिर दोनों में समग्र स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।