Vastu Tips- भूलकर भी किसी ने ले ये चीजें, लग सकता हैं वास्तु दोष, जानिए इनके बारे में

 

वास्तु शास्त्र, भारतीय उपमहाद्वीप से उत्पन्न एक प्राचीन वास्तुशिल्प विज्ञान है, जो कई लोगों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव रखता है। ऐसा माना जाता है कि इसके सिद्धांतों का पालन करने से कोई भी व्यक्ति अपने जीवन को महान ऊंचाइयों तक ले जा सकता है, जबकि उनकी उपेक्षा करने से दुर्भाग्य और असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको उन चीजो के बारे में बताएंग जिनको भूलकर भी नहीं लेना चाहिए किसी से-

रूमाल: वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, दूसरों के साथ रूमाल का आदान-प्रदान करना अत्यधिक अशुभ होता है। इस तरह के आदान-प्रदान रिश्तों में खटास ला सकते हैं और कलह ला सकते हैं। अपने पारस्परिक सौहार्द्र को सुरक्षित रखने के लिए दूसरों द्वारा उपहार में दिए गए रूमाल को स्वीकार करने या उपयोग करने से बचें।

तेल: जहां शनिदेव जैसे देवताओं को तेल चढ़ाना शुभ माना जाता है, वहीं दूसरों से मुफ्त में तेल लेना अनुचित माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मुफ्त तेल किसी के जीवन में वित्तीय परेशानियों को आमंत्रित करता है, समृद्धि और स्थिरता को बाधित करता है।

सुई: वास्तु दिशानिर्देशों के अनुसार, सुई जैसी नुकीली वस्तुओं का आदान-प्रदान कभी भी व्यक्तियों के बीच नहीं किया जाना चाहिए। इस तरह के आदान-प्रदान से वैवाहिक कलह पैदा हो सकती है और रिश्तों में तनाव आ सकता है। अपने घरेलू जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए सावधानी बरतें और नुकीली वस्तुओं को साझा करने से बचें।

नमक: शनिदेव से संबंधित होने के कारण नमक का वास्तु में प्रतीकात्मक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि पड़ोसियों या परिचितों से मुफ्त में नमक स्वीकार करना आर्थिक कठिनाइयों को आकर्षित करता है। धन और प्रचुरता के प्रवाह को बाधित होने से बचाने के लिए सही तरीकों से नमक की खरीद सुनिश्चित करें।

माचिस: आग का प्रतीक माचिस वास्तु के अनुसार शक्तिशाली ऊर्जा लेकर चलती है। मुफ्त माचिस स्वीकार करने से घर में अशांति और गुस्सा भड़क सकता है, जिससे पारिवारिक शांति भंग हो सकती है। घर में शांति बनाए रखने के लिए समझदारी बरतें और उचित माध्यम से माचिस की डिब्बियां खरीदें।

काला तिल: राहु, केतु और शनि जैसे खगोलीय पिंडों से जुड़ी वस्तुएं जैसे काले तिल और काले तिल कभी भी मुफ्त में नहीं लेने चाहिए। ऐसा करने से किसी के जीवन में महत्वपूर्ण चुनौतियाँ और बाधाएँ आ सकती हैं। सावधानी बरतें और इन वस्तुओं को दान या उपहार के रूप में स्वीकार करने से बचें।