Gold Anklet: स्त्रियां पैरों में गलती से भी न पहनें सोने की पायल, ये है खास वजह

 

शरीर पर सोने-चांदी के आभूषण पहनने की परंपरा दशकों पुरानी है। महिलाओं द्वारा सोने और चांदी के आभूषण पहनना उनके सौंदर्य का अभिन्न अंग है। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में सोना पहनना महिलाओं की पहली पसंद है। विवाहित महिलाएं सोने और चांदी के आभूषण पहनती हैं, लेकिन आपने देखा होगा कि सोने के आभूषण सिर्फ कमर तक ही पहने जाते हैं। सोना कभी भी पैरों में नहीं पहनना चाहिए। चांदी की पायल ज्यादातर पैरों में पहनी जाती है। बहुत से लोग इसके पीछे का कारण नहीं जानते लेकिन ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार हमें बताते हैं कि इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक कारण क्या है।

 
हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोना भगवान विष्णु की प्रिय धातु कही गई है। इनके अलावा सोने को भी मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर पायल सोने की धातु से बनी हो और पहनी जाए तो इन देवताओं का अपमान होता है। सोने को कमर के नीचे नहीं पहना जाता क्योंकि इसे देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और व्यक्ति को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही पैरों में सोना पहनने से भगवान विष्णु भी नाराज हो सकते हैं।

 

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो विज्ञान के अनुसार सोने के गहने शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं जबकि चांदी के गहने शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। कमर के ऊपर सोने के आभूषण और कमर के नीचे चांदी के आभूषण धारण करने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है।