Home Remedies for Tinnitus: कानों में बजती रहती है सीटी, इन घरेलू उपायों से पाएं छुटकारा

 

मनुष्य 70 से 80 डेसीबल की ध्वनि सुन सकता है। इससे ऊपर का शोर कानों के लिए खतरनाक माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में ध्वनि प्रदूषण काफी बढ़ गया है। सड़क पर लोग बिना वजह जोर-जोर से हॉर्न बजा रहे हैं। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। तेज हॉर्न से भी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है। लोग बहरेपन के भी शिकार हो सकते हैं। जिससे हृदय रोग का बड़ा खतरा होता है। जो लोग बहुत अधिक समय यात्रा में बिताते हैं उनमें टिनिटस होने का खतरा अधिक होता है। शहरी क्षेत्रों और व्यस्त चौराहों के पास रहने वाले लोग भी इस प्रकार की कान की समस्या से पीड़ित होते हैं।

कैब ड्राइवर, डिलीवरी बॉय और जिन लोगों के घर सड़कों के करीब हैं, उन्हें नियमित रूप से अपने कानों की जांच करवानी चाहिए। इसके लिए कई तरह के टेस्ट होते हैं। यह जांच हर छह महीने में एक बार जरूर करानी चाहिए। क्योंकि ध्वनि प्रदूषण के कारण कानों की सुनने की क्षमता कम होने लगती है। इस समस्या पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो बहरेपन का खतरा रहता है। इसलिए उच्च जोखिम वाले लोगों का परीक्षण करना महत्वपूर्ण है।

इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि हाई रिस्क वाले लोग ईयर मास्क पहनें। इससे कानों में तेज आवाज का खतरा नहीं रहेगा। अगर किसी व्यक्ति को कानों में गूंज या सीटी की आवाज सुनाई दे तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। ऐसा न करने पर यह समस्या और भी बड़ी समस्या बन सकती है।