Centuries in Both Inning of Test- टेस्ट की दोनों इनिंग में शतक लगाने वाले खिलाड़ी, जानिए इनके बारे में

 

टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए शिखर है, जो कौशल, सहनशक्ति और मानसिक दृढ़ता का प्रतिनिधित्व करता है। हालाँकि, एक ही टेस्ट मैच की दोनों पारियों में यह उपलब्धि हासिल करना एक दुर्लभ और उल्लेखनीय उपलब्धि है जिसे केवल कुछ चुनिंदा लोग ही हासिल कर पाए हैं। क्रिकेट के इतिहास में, यह उपलब्धि असाधारण प्रतिभा और दृढ़ संकल्प के प्रमाण के रूप में खड़ी है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे-

केन विलियमसन का दोहरा शतक:

हाल ही में न्यूजीलैंड क्रिकेट के धुरंधर केन विलियमसन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर इस शानदार क्लब में शामिल हो गए। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उन्हें महानता के दायरे में पहुंचा दिया, जिससे वह यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले न्यूजीलैंड के पांचवें बल्लेबाज बन गए।

भारतीय बल्लेबाजों की विरासत:

भारतीय क्रिकेट की समृद्ध परंपरा में, टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने की उपलब्धि विशेष महत्व रखती है। विजय हजारे, अग्रणी, ने 1948 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस प्रवृत्ति की शुरुआत की, जिसने भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक मिसाल कायम की। विशेष रूप से, 'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज और पाकिस्तान जैसे दुर्जेय विरोधियों के खिलाफ इसे तीन बार हासिल करके इस उपलब्धि को बढ़ाया।

राहुल द्रविड़:

भारतीय बल्लेबाजी के प्रतिष्ठित फैब फोर में राहुल द्रविड़ टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले एकमात्र सदस्य हैं। न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ उनके कारनामों ने उनकी क्षमता को रेखांकित किया और भारतीय क्रिकेट में उनकी महान स्थिति में योगदान दिया।

समकालीन नायक:

समकालीन क्रिकेट परिदृश्य में, विराट कोहली, रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे जैसे शानदार नामों ने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाकर एक अमिट छाप छोड़ी है। दुर्जेय विरोधियों के खिलाफ उनके कौशल और दृढ़ संकल्प के उल्लेखनीय प्रदर्शन ने क्रिकेट की लोककथाओं में उनका नाम अंकित कर दिया है।