
यूके फिल्म फेस्टिवल में एक सफल विश्व प्रीमियर के बाद, जावेद इकबाल: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए सीरियल किलर को बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए चुना गया है। जी हां और एक सीरियल किलर की जिंदगी पर बनी फिल्म अभी तक पाकिस्तान में रिलीज नहीं हुई है। हालांकि, निर्देशक अबू अलीहा ने जावेद इकबाल को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करने का फैसला किया है ताकि पाकिस्तानी लोग आराम से फिल्म को ऑनलाइन देख सकें।
कौन हैं जावेद इकबाल? - दरअसल जावेद पाकिस्तान का वो निर्मम सीरियल किलर था, जिसने 100 बच्चों को मारने की कसम खाई थी, जिसे उसने पूरा भी किया। आपको बता दें कि 100 बेगुनाह लोगों की जान लेने के बाद उसने खुद को भी पुलिस के हवाले कर दिया था। बताया जाता है कि यह बात साल 1999 की है। दरअसल, पाकिस्तान के जावेद इकबाल ने लाहौर के एक उर्दू अखबार के संपादक को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने 100 बच्चों का यौन शोषण करने और उनकी हत्या करने की बात कबूल की थी। इतना ही नहीं इंसान बने जावेद ने इन बच्चों के शवों पर तेजाब डाल कर गला घोंट दिया था। बताया जाता है कि सीरियल किलर द्वारा मारे गए सभी बच्चे या तो अनाथ थे या घर से भाग गए थे। अब सवाल यह उठता है कि कोई इंसान इतनी बेरहमी से किसी की जान कैसे ले सकता है।
हाँ; ल'इकबाल के ऐसा करने की वजह उसकी मां थी। कहा जाता है कि कई साल पहले इकबाल को झूठे रेप केस में फंसाया गया था। वह पुलिस के सामने खुद को बेगुनाह बताता रहा, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। मासूम होते हुए भी उनकी मां को समाज ने सजा दी जिसके वो हकदार नहीं थे। उसके बाद जब तक इकबाल घर लौटा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जावेद इकबाल अपनी मां को दुनिया से जानना बर्दाश्त नहीं कर पाए, जिसके बाद उन्होंने हर मां को रुलाने की कसम खाई और वह सीरियल किलर बन गए। आपको बता दें कि पाकिस्तान के सीरियल किलर पर आधारित फिल्म का प्रीमियर 25 जनवरी को कराची के न्यूप्लेक्स सिनेमा में किया गया था।
हां और प्रीमियर में फिल्म अभिनेताओं के साथ-साथ कई अन्य लोगों ने भी भाग लिया। लेकिन अगले ही दिन फिल्म के डायरेक्टर अबू अलीहा ने सोशल मीडिया पर बताया कि पंजाब सरकार ने फिल्म को सिनेमाघरों में बैन कर दिया है। इस दौरान फिल्म फेस्टिवल में मिले प्यार के बाद अबू अलीहा ने जावेद इकबाल को ओटीटी पर लाने का फैसला किया।