logo

Astrological Tips- क्या आपकी बेटी के विवाह में आ रही हैं अड़चन, जानिए अचूक उपाय

 

क्या आपको अपनी बेटी या बेटे की शादी में रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है? इन बाधाओं को दूर करने और एक आनंदमय विवाह का मार्ग प्रशस्त करने के लिए व्यावहारिक उपाय आपको हम इस लेख से आपको बताएंगे । समय पर और सौहार्दपूर्ण विवाह की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए इन ज्योतिषीय उपायों का पालन करें, आइए जानते हैं इनके बारे में

क्या आपको अपनी बेटी या बेटे की शादी में रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है? इन बाधाओं को दूर करने और एक आनंदमय विवाह का मार्ग प्रशस्त करने के लिए व्यावहारिक उपाय आपको हम इस लेख से आपको बताएंगे । समय पर और सौहार्दपूर्ण विवाह की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए इन ज्योतिषीय उपायों का पालन करें, आइए जानते हैं इनके बारे में

बेटियों के लिए ज्योतिषीय उपाय:

गुरुवार के दिन अपनी बेटी को पीली वस्तुएं दान करें और उससे तुलसीदास कृत 'पार्वती मंगल' का पाठ कराएं। अपनी बेटी को गुरुवार को पीला पुखराज (सोने या कांस्य में) पहनने के लिए प्रोत्साहित करें।

पुत्रों के लिए ज्योतिषीय उपाय:

शुक्रवार के दिन अपने पुत्र को सुगंधित वस्तुएं, सफेद वस्त्र तथा स्त्री श्रृंगार की वस्तुएं दान करवाएं। शुक्रवार के दिन 'शुक्र स्तोत्र' का पाठ लाभकारी होता है। पुत्रों को शुक्रवार के दिन अपनी तर्जनी उंगली में ओपल या सफेद मूंगा (चांदी में) धारण करना चाहिए।

पुत्रियों का मंत्रोच्चार अनुष्ठान:

बेटियों को प्रतिदिन 'कात्यायनी-मंत्र' का जाप करना चाहिए। अष्टमी, नवमी या चतुर्दशी तिथि पर लाल वस्त्र पहनें, केले के पत्ते के आसन पर बैठें, देवी दुर्गा की पूजा करें और मंत्र का जाप करें।

देवी दुर्गा की पूजा:

क्या आपको अपनी बेटी या बेटे की शादी में रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है? इन बाधाओं को दूर करने और एक आनंदमय विवाह का मार्ग प्रशस्त करने के लिए व्यावहारिक उपाय आपको हम इस लेख से आपको बताएंगे । समय पर और सौहार्दपूर्ण विवाह की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए इन ज्योतिषीय उपायों का पालन करें, आइए जानते हैं इनके बारे में

वैवाहिक सुख के लिए देवी दुर्गा की पूजा करें और एक विशिष्ट मंत्र का जाप करें। यदि व्यक्तिगत रूप से जप करने में असमर्थ हैं, तो अनुष्ठानिक जप के लिए किसी योग्य जापकर्ता की सहायता लें।

समग्र सफलता के लिए ज्योतिषीय सुझाव:

अनुकूल परिणामों के लिए नवग्रह शांति पूजा करें। लड़कों के लिए शुक्र और लड़कियों के लिए बृहस्पति के संबंध में जप और दान करें। दोनों लिंगों के लिए चंद्रमा, शुक्र, बृहस्पति और बुध मंत्रों का जाप करें।

ग्रह अनुकूलता के लिए दशांश हवन:

44,000 चंद्र मंत्र (ओम सोम सोमाय नमः) का जाप करें।

64,000 शुक्र मंत्र (ॐ शुं शुक्राय नमः) का जाप करें।

गुरु मंत्र (ॐ बृं बृहस्पतये नमः) का 76,000 जाप करें।

ग्रह अनुकूलता के लिए 36,000 बुध मंत्र (ओम बुम बुधाय नमः) का जाप करें।