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Banking Update: इन सरकारी बैंकों का होगा निजीकरण, अगर है आपका खाता तो खास जान लें ये बात..

 

बैंक के निजीकरण की खबरें समय-समय पर आती रहती हैं। अब करीब एक साल बाद चुनाव होने जा रहे हैं, वहीं सरकार आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। अब केंद्र सरकार ने विनिवेश को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि पाइपलाइन में चल रहे सभी कार्यों को जल्द ही निपटाना शुरू कर रहे हैं. इसके साथ ही सरकार 31 मार्च 2024 तक बैंक के निजीकरण का निपटारा कर सकती है। इस समय सरकार आईडीबीआई बैंक के निजीकरण पर फोकस कर रही है. यह जल्द पूरा हो सकता है।

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DIPAM से मिली यह जानकारी- निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग ने कहा कि सरकार 31 मार्च तक IDBI बैंक के विनिवेश की प्रक्रिया को निपटा सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि हमारा फोकस पाइपलाइन में चल रहे कामों को पूरा करने पर भी है. वर्तमान में, किसी भी नए सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों के निजीकरण को आगे बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।

कितनी होगी हिस्सेदारी?- DIPAM ने IDBI बैंक में 30.48 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ LIC की 30.24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए अक्टूबर, 2022 में बोलियां आमंत्रित की थीं। सरकार और एलआईसी की संयुक्त रूप से आईडीबीआई बैंक में 94.72 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो रणनीतिक बिक्री के बाद घटकर 34 प्रतिशत रह जाएगी।

पहले भी हुई थी 2 बैंकों के निजीकरण की घोषणा- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2021 में अपने बजट भाषण में घोषणा की थी कि वह 2 सरकारी बैंकों को निजी हाथों में सौंप देंगी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण स्थिति बदली और जिसके चलते बैंकों का निजीकरण किया गया. बैंकों को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आम चुनाव से पहले ऐसा संभव नहीं है.

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आईडीबीआई बैंक को खरीदने की दौड़ में कौन शामिल - रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्लाइल ग्रुप, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स और डीसीबी बैंक बैंक को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इस खबर के बीच बुधवार को बैंकों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली. सूत्रों के मुताबिक, ये सभी आईडीबीआई बैंक में करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी के लिए बोली लगा सकते हैं.

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