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Dehydration: गर्मियों में दिखें ये लक्षण तो समझ जाएं डिहाइड्रेशन हो गया है, तुरंत करें ये उपाय

 

डिहाइड्रेशन: उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में मौसम गर्म हो रहा है। इस मौसम में कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है। इनमें डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) एक ऐसी समस्या है जो इस मौसम में काफी आम है। डिहाइड्रेशन वैसे तो मामूली सी समस्या है, लेकिन कई बार यह हार्ट अटैक जैसी बीमारी का कारण भी बन सकती है। अधिकतर लोगों को डिहाइड्रेशन के लक्षणों के बारे में पता नहीं होता है। आइए आपको बताते हैं कि शरीर में पानी की कमी होने पर कौन-कौन सी समस्याएं होती हैं।

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वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि शरीर में पानी की कमी होने पर पेशाब पीला हो जाता है। यह सबसे पहला संकेत है। अगर पेशाब का रंग पीला और कम है तो यह साफ इशारा करता है कि आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो गए हैं। कुछ लोग ठीक से पेशाब नहीं करते हैं और जलन का अनुभव कर सकते हैं। शरीर में पानी की कमी से अचानक चक्कर भी आ सकते हैं। ऐसा शरीर में कमजोरी के कारण हो सकता है।

हृदय रोग का खतरा
निर्जलीकरण के कारण भुरभुरा होने का खतरा है। इसके कारण दिल का दौरा पड़ सकता है, हालांकि ऐसे मामले बहुत कम होते हैं, लेकिन फिर भी यह खतरनाक होता है। ऐसे में जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न हो। खासकर छोटे बच्चों और जो लोग काम की वजह से लंबे समय से सड़क पर हैं, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि लंबे समय तक सूरज की रोशनी के संपर्क में रहने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

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हीट स्ट्रोक की भी समस्या हो जाती है
डॉ। कुमार का कहना है कि अगले कुछ महीनों तक हीट स्ट्रोक के मौजूदा मामले बढ़ सकते हैं। यह एक खतरनाक बीमारी है जो गर्मियों में होती है। हीट स्ट्रोक से मौत भी हो सकती है। इसे लू लगवी भी कहते हैं। हीट स्ट्रोक के कारण हृदय गति बढ़ सकती है। यह उल्टी या मतली के साथ है। इसे रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि लंबे समय तक सीधे धूप के संपर्क में आने से बचा जाए।

डिहाइड्रेशन से कैसे बचें
हर रोज कम से कम 7 गिलास पानी पिएं

मौसमी सलाद और फल खाएं

ज्यादा देर तक धूप में न रहें

आप दही, छाछ, नारियल पानी और लस्सी भी ले सकते हैं।