Food Poisoning: क्या आपके बच्चे को भी हो रही है फूड पॉइजनिंग? रोकथाम के तरीके डॉक्टर से सीखें
Food Poisoning: गर्मी के इस मौसम में फूड पॉइजनिंग बहुत आम है. यह समस्या खराब खान-पान या बाहर से पानी पीने के कारण होती है। छोटे बच्चे आसानी से इसकी चपेट में आ जाते हैं। यह रोग बैक्टीरिया के कारण होता है। इसका इलाज जल्द करवाना जरूरी है। लापरवाही से जान को भी खतरा हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फूड प्वाइजनिंग से पेट में गंभीर संक्रमण हो सकता है। ऐसे में इससे बचना बेहद जरूरी है।
डॉक्टरों के मुताबिक बासी खाना या खराब पानी पीने से खतरनाक बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले बच्चों को ये बैक्टीरिया आसानी से अपना शिकार बनाते हैं। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले बच्चों को संक्रमण और फूड पॉइजनिंग होने का खतरा होता है। 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इस संक्रमण के अनुबंध का खतरा होता है।
अक्सर छोटे बच्चे खाना खाते समय हाथ नहीं धोते हैं और संक्रमित सतह को छूने के बाद खाना खाते हैं। जिससे बैक्टीरिया उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे उन्हें फूड प्वाइजनिंग हो जाती है। कच्चा खाना खाने से भी नुकसान हो सकता है। फलों या सब्जियों को बिना धोए खाने से भी फूड प्वाइजनिंग हो सकती है।
ये हैं लक्षण
गंभीर पेट दर्द
कब्ज की शिकायत
ढीली गति
उल्टी करना
जी मिचलाना
इसका इलाज ऐसे करें
एम्स के गैस्ट्रोलॉजी विभाग में डॉ. अनन्या गुप्ता के मुताबिक, बच्चों में फूड पॉइजनिंग से लूज मोशन हो सकता है, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। ऐसे में बच्चे को ओआरएस पिलाना चाहिए। यदि बच्चा सहज महसूस नहीं करता है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अपने बच्चे को खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह से धोने की कोशिश करें और बाहर का खाना खाने से बचें। अगर बच्चे में दो दिन से ज्यादा समय तक लक्षण रहे तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं। खुद कोई दवा देने से बचें (PC. Social media)