Health Tips- देश में बढ़ रहे हैं हाई ब्लड प्रेशर के रोगी, अपनी जीवनशैली में करें बदलाव

लोगो की खराब जीवनशैली और खान पान की वजह से कम उम्र में ही कई तरह की बीमरियां कम उम्र में ही बीमारियां अपने शिकार बना रही हैं, ऐसे में अगर हम बात करें हाई ब्लड प्रेशर की पूरी दुनिया में इसके मरीज निरंतर बढ़ते जा रहे हैं, भारत में उच्च रक्तचाप के एक चौथाई से भी कम रोगियों की स्थिति नियंत्रण में है। प्रत्येक चार में से तीन रोगियों में रक्तचाप का स्तर अनियंत्रित होता है।
उच्च रक्तचाप हृदय रोगों के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तनीय जोखिम कारक है और समय से पहले मृत्यु दर में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में खड़ा है। 41 प्रतिशत अध्ययनों में पाया गया कि पुरुषों ने महिलाओं की तुलना में उच्च रक्तचाप पर कम नियंत्रण दिखाया। इसके अतिरिक्त, 12 प्रतिशत अध्ययनों में ग्रामीण रोगियों को बदतर नियंत्रण दर का सामना करना पड़ा। अनियंत्रित उच्च रक्तचाप हृदय रोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारकों में से एक है। उच्च रक्तचाप देश में मृत्यु के प्राथमिक कारणों में से एक बना हुआ है। हृदय रोगियों में मृत्यु दर को कम करने के लिए उच्च रक्तचाप की नियंत्रण दर को बढ़ाना सबसे पहला काम हैं।
बढ़ती जागरूकता और स्वास्थ्य सुविधाओं तक बेहतर पहुंच के बावजूद, पिछले 21 वर्षों में उच्च रक्तचाप का सफलतापूर्वक प्रबंधन करने वाले रोगियों का प्रतिशत केवल 6 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत हो गया है। आइए जानते हैं कि इसको कैसे कम कर सकते हैं-
वजन प्रबंधन: यदि अधिक वजन है, तो अतिरिक्त वजन कम करने से हृदय पर तनाव कम हो सकता है और रक्तचाप कम हो सकता है।
नियमित व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि में शामिल होने से रक्त परिसंचरण बढ़ सकता है और रक्तचाप कम हो सकता है।
स्वस्थ आहार: सोडियम, चीनी, संतृप्त वसा और ट्रांस वसा से भरपूर खाद्य पदार्थों से परहेज करते हुए ताजे फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर पौष्टिक आहार का सेवन करने से रक्तचाप को कम करने में मदद मिल सकती है।
तनाव में कमी: योग, ध्यान या स्ट्रेचिंग जैसी तकनीकों के माध्यम से तनाव का प्रबंधन रक्तचाप पर इसके प्रभाव को कम कर सकता है।