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Kedarkantha Trek : हिमालय की वादियों में एक रोमांचक एहसास, खूबसूरती देख हो जाएंगे मंत्रमुग्ध

 

रोमांच से भरपूर उत्तराखंड का “Kedarkantha Trek”,

उत्तराखंड के हिमालय घाटियों में खूबसूरती की कोई कमी नहीं है और इन्हीं खूबसूरती का एक नाम है केदारकांठा ट्रेक। यह ट्रेक उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है।

अक्सर लोग केदार कांठा और केदारनाथ के नाम से भ्रमित हो जाते है, तो आपको शुरू में ही बता दे कि दोनों अलग अलग चीजें है। केदार कांठा एक Trek है, और केदारनाथ उत्तराखंड में एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर है, यह दोनों ही अलग-अलग स्थान है।

image: vipingujela (insta)
केदार कांठा ट्रेक की ऊँचाई 12,500 फ़ीट है और इतनी ऊंचाई पर पहुंचने के बाद जो नजारा होता है उसे शब्दों में बयां करना शायद असंभव। सिखर से सूर्योदय का अविस्मरणीय नजारा देखने को मिलता है।


घने जंगल के बीच से होते हुए इस ट्रेक पर जब आप जायेंगे तो यहाँ कि खूबसूरती आपको मंत्रमुग्ध कर देगी, ट्रेक करते समय आपको शिखर और बर्फ से ढकी चोटियां देखने को  मिलती है।


इस ट्रेक की शुरुआत उत्तराखंड के सांकरी गांव से होती है जिसके लिए आपको सबसे पहले देहरादून पहुँचना पड़ेगा। देहरादून से सांकरी गांव की दूरी196 किलोमीटर की है जिसे करने में आपको 10 से 11 घंटे का समय लगेगा।

सांकरी में प्रवेश करने से पहले एक वन (Forest Permit) परमिट की आवश्यकता होती है जो आपको एक सरकारी अधिकृत आईडी प्रूफ दिखाकर आसानी से मिल जायेगा।

सांकरी के बाद 11 किलोमीटर की दूरी पर केदारकांठा है। सांकरी से चार किलोमीटर की दूरी पर जूड़ाताल है। जूड़ाताल से तीन किलोमीटर दूर तालखेत्रा और तालखेत्रा से चार किलोमीटर की दूरी पर केदारकांठा टॉप है।


केदारकांठा ट्रेक कुल 18 किलोमीटर लंबा है और इसे पूरा करने में आपको 4-5 दिन का समय लग सकता है, केदारकांठा ट्रेक की कठिनाई का स्तर मध्यम श्रेणी का माना जाता है। अगर आपको किसी भी प्रकार की गंभीर शारीरिक समस्या नहीं है तो आप इस ट्रैक का बड़ी आसानी से पूरा कर सकते है।

(Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर मौजूद सामान्य मान्यताओं के आधार पर तैयार किया गया है, FNE इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)