Chandra Grahan 2023- जानिए भारत में कब दिखाई देगा चंद्र ग्रहण, इस समय भूलकर भी ना करें मॉ तुलसी से जुड़े ये कार्य

साल 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर रात के आकाश को सुशोभित करने के लिए तैयार है। यह लौकिक घटना देखने लायक है, विभिन्न सांस्कृतिक और ज्योतिषीय मान्यताएँ ग्रहण को अशुभ मानती हैं। यह चंद्र ग्रहण विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह भारत में दिखाई देगा, जिससे सावधानी बरतने और विशिष्ट प्रथाओं का पालन करने की आवश्यकता होगी, आइए जानते हैं इनके बारें में
1. चंद्र ग्रहण सावधानियां:
28 और 29 अक्टूबर, 2023 की मध्यरात्रि के लिए निर्धारित इस चंद्र ग्रहण के दौरान, कुछ सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जाती है। भारतीय परंपरा में, चंद्र ग्रहण काल और सूतक काल दोनों को किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए अशुभ माना जाता है।
2. अनुष्ठान एवं मान्यताएँ:
ज्योतिषीय दृष्टि से, यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देने वाला वर्ष का एकमात्र ग्रहण होने के कारण अद्वितीय महत्व रखता है। दोपहर से शुरू होने वाले सूतक काल में विशिष्ट अनुष्ठानों की आवश्यकता होती है। ग्रहण के दौरान भोजन और पानी को दूषित होने से बचाने के लिए उनमें पत्तियां डाल दी जाती हैं। ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्तों को तोड़ने की सख्त मनाही है, भोजन में उपयोग के लिए उन्हें पहले से इकट्ठा करने की आवश्यकता पर बल दिया जाता है।
3. वर्जनाओं से बचना:
याद रखने योग्य एक महत्वपूर्ण पहलू चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधों को छूने से बचना है। परंपरा कहती है कि इस समय तुलसी की न तो पूजा करनी चाहिए और न ही उसे जल देना चाहिए। यह गलती करना बेहद अशुभ माना जाता है। इसलिए, चंद्र ग्रहण के आसपास सावधानी बरतना और इन सांस्कृतिक मान्यताओं का सम्मान करना आवश्यक है।