logo

Shani Jayanti 2023: शनिदेव के साथ करें बजरंगबली की पूजा, दूर होंगे जीवन के संकट..

 

शनि जयंती हर साल जेठ मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस दिन लोग शनिदेव की पूजा करते हैं। शनि जयंती पर भगवान हनुमान की भी पूजा की जाती है।

c

पौराणिक कथाओं के अनुसार प्राचीन काल में शनि देव को अपनी शक्ति का अहंकार हो गया था। जब उन्हें पता चला कि हनुमानजी अधिक शक्तिशाली हैं तो शनिदेव उनसे युद्ध करने गए। दोनों के बीच युद्ध छिड़ गया। इसी बीच हनुमान जी ने शनिदेव पर ऐसा प्रहार किया कि वे घायल हो गए। तब शनिदेव को हनुमानजी से क्षमा मांगनी पड़ी।

हनुमानजी के वार से शनिदेव घायल हो गए और तड़पने लगे। तब जब शनिदेव ने हनुमानजी से क्षमा मांगी तो उन्होंने घाव पर तेल लगाने के लिए शनिदेव को दे दिया। जिसके बाद शनिदेव की पीड़ा ठीक हो गई। इस बीच शनिदेव ने हनुमानजी से कहा जो भी भक्त आपकी पूजा करते हैं, उन्हें शनि दोष का सामना नहीं करना पड़ेगा। तभी से शनि के साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है।

शनि जयंती की सुबह मंदिर में स्नान कर तांबे के लोटे में जल और सिंदूर मिलाकर हनुमान जी को चढ़ाएं। माला के साथ श्री हनुमान मंत्र का जाप करें। फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से आपको हनुमान जी की कृपा मिलेगी और संकटों से मुक्ति मिलेगी।

c

शनि जयंती के दिन हनुमान मंदिर जाकर सुंदरकांड का पाठ करने से भगवान हनुमान और शनिदेव दोनों की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा करने से हर परेशानी से निजात मिल जाती है।

अगर आपका कोई काम काफी समय से अटका हुआ है और उसमें बार-बार रुकावट आ रही है तो शनि जयंती के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर चमेली के तेल और सिंदूर से बजरंगबली का अभिषेक करें। जल्द ही आपके अटके हुए काम पूरे होंगे।

PC Social media