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Vastu Tips- घर में तुलसी के पेड़ साथ लगाएं ये पौधे, दोष होते हैं दूर

 

सनातन धर्म में पेड़-पौधों के प्रति श्रद्धा कूट-कूट कर भरी है, जिसमें तुलसी को विशेष रूप से पूजनीय पौधे के रूप में सम्मान दिया गया है। इस धर्म के कई अनुयायी अपने घरों में तुलसी की खेती करते हैं, उनका मानना है कि इसमें देवी लक्ष्मी की उपस्थिति होती है। तुलसी की दैनिक पूजा देवी मां को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक साधन माना जाता है, आइए जानते है घर में लगी तुलसी के पेड़ के साथ कौनसे पौधे लगाने चाहिए-

सनातन धर्म में पेड़-पौधों के प्रति श्रद्धा कूट-कूट कर भरी है, जिसमें तुलसी को विशेष रूप से पूजनीय पौधे के रूप में सम्मान दिया गया है। इस धर्म के कई अनुयायी अपने घरों में तुलसी की खेती करते हैं, उनका मानना है कि इसमें देवी लक्ष्मी की उपस्थिति होती है। तुलसी की दैनिक पूजा देवी मां को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक साधन माना जाता है, आइए जानते है घर में लगी तुलसी के पेड़ के साथ कौनसे पौधे लगाने चाहिए-

1. मनी प्लांट:

वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, तुलसी के साथ मनी प्लांट लगाना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह अभ्यास कई लाभ लाता है, समस्याओं को दूर रखता है और सकारात्मकता को बढ़ावा देता है। परिणाम स्वरूप एक ऐसा वातावरण बनता है जहां सुख और समृद्धि पनपती है।

2. केले का पौधा:

तुलसी के साथ केले का पौधा लगाना एक और अनुशंसित अभ्यास है। इससे न केवल भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है बल्कि आर्थिक लाभ की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी और केले के पौधे की संयुक्त उपस्थिति आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से अनुकूल वातावरण बनाती है।

सनातन धर्म में पेड़-पौधों के प्रति श्रद्धा कूट-कूट कर भरी है, जिसमें तुलसी को विशेष रूप से पूजनीय पौधे के रूप में सम्मान दिया गया है। इस धर्म के कई अनुयायी अपने घरों में तुलसी की खेती करते हैं, उनका मानना है कि इसमें देवी लक्ष्मी की उपस्थिति होती है। तुलसी की दैनिक पूजा देवी मां को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक साधन माना जाता है, आइए जानते है घर में लगी तुलसी के पेड़ के साथ कौनसे पौधे लगाने चाहिए-

3. शमी का पौधा:

तुलसी के साथ शमी का पौधा लगाने से कई फायदे होते हैं। कहा जाता है कि शनिवार के दिन शमी के पौधे की पूजा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और शनि से जुड़ी चुनौतियों से राहत मिलती है। यह अभ्यास वास्तु सिद्धांतों के अनुरूप है, जो घर की समग्र सद्भाव में योगदान देता है।