Sawan 2023: श्रावण मास में इस एक मंत्र के जाप से दूर होंगे आठ प्रकार के दोष, मिलेगी महादेव की कृपा
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सनातन परंपरा में भगवान शिव को उदार कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों की पूजा से शीघ्र प्रसन्न होते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी करते हैं। शिव की पूजा करने से साधक को करियर, बिजनेस और निजी जीवन में सभी सुख और सफलता मिलती है। शिव पुराण के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति श्रावण मास (Shrawan 2023) के दौरान शिव लिंग पर बेलपत्र या शमीपत्र चढ़ाकर लिंगाष्टकम मंत्र का जाप करता है, तो उसे महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। हिंदू मान्यता के अनुसार, लिंगाष्टकम स्तोत्र का जाप करने से जीवन में चमत्कारी बदलाव आते हैं।
लिंगाष्टकम पाठ का धार्मिक महत्व
हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पूजा में लिंगाष्टकम का पाठ करने से साधक को जीवन के हर क्षेत्र में शुभता और सफलता मिलती है। लिंगाष्टकम् का पाठ करने से उसके जीवन में सभी शुभ घटित होते हैं। महादेव का यह मंत्र जीवन से जुड़े आठ प्रकार के कष्ट और दरिद्रता को दूर करता है और भगवान भोलेनाथ अपने भक्त को विद्या, बुद्धि, सुख, धन, संपत्ति, मान-सम्मान और मोक्ष प्रदान करते हैं।
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कठिनाइयों पर विजय पाने का मंत्र
जीवन में कई बार इंसान ऐसी मुश्किलों में फंस जाता है कि लाख कोशिशों के बाद भी उससे बाहर नहीं निकल पाता। अगर आपको भी लगता है कि आप किसी बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं और आपकी परेशानियां कम होने की बजाय बढ़ती जा रही हैं तो मुश्किलों के भंवर से निकलने के लिए विशेष रूप से श्रावण में शिव लिंग पर लिंगाष्टकम पाठ जल चढ़ाएं। मान्यता है कि शिव पूजा के इस उपाय को करने से शिव भक्त के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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यह मंत्र दोषों को दूर करता है
भगवान शिव की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा में लिंगाष्टकम मंत्र के संबंध में मान्यता है कि श्रावण मास में प्रतिदिन पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ नीचे दिए गए मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के आठ प्रकार के दोष दूर हो जाते हैं और भगवान की कृपा प्राप्त होती है। उन पर भोलेनाथ की कृपा सदैव बनी रहेगी।
अष्टदलोपरिवेष्टित लिंगम्, सर्वसमुद्भवकरण लिंगम्।
अष्टादिद्रविनाशित लिंगम्, तत्प्रणामामि सदाशिव लिंगम्।