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Sawan Somwar 2023: इस श्रावण मास में भगवान शिव को अर्पित करें ये 10 चीजें

 

PC: English Jagran

इस साल सावन महीना 58 दिनों का है. यह शुभ संयोग 19 साल बाद आया है। आखिरी बार इसे 2004 में देखा गया था और अब इसे दोहराया जा रहा है। इससे इस साल का सावन और भी खास हो गया है. सावन का यह पवित्र महीना भगवान शिव के भक्तों पर भक्ति का सुंदर जादू बिखेरता है।

आइए देखें कि हम भगवान शिव को कैसे प्रसन्न कर सकते हैं और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इस सावन में भगवान शिव को चढ़ाने के लिए सबसे अच्छी 10 चीजें नीचे दी गई हैं, ये हैं:

बिल्व पत्र: शिव पूजा में बिल्व पत्र, जिन्हें अक्सर बेल पत्र भी कहा जाता है, का अत्यधिक महत्व है। इन्हें भगवान शिव को अर्पित किया जाता है और इन्हें अत्यंत पवित्र माना जाता है। बिल्व पत्र इस विश्वास के साथ भक्तिपूर्वक चढ़ाए जाते हैं कि इससे भगवान शिव प्रसन्न होंगे और उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा। भक्तों द्वारा भगवान शिव को बिल्व पत्र, जल, दूध, शहद, दही, घी और अन्य पवित्र वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। इन प्रसादों को बनाने में अत्यधिक भक्ति और ईमानदारी लगती है।

गंगा जल: शिव पूजा में, यह क्रिया भक्त के समर्पण, स्वच्छता और सफाई का प्रतिनिधित्व करती है। गंगाजल को पवित्र नदी गंगा का पवित्र जल माना जाता है। प्रतिदिन सुबह-सुबह शिव लिंग पर गंगा नदी का जल चढ़ाया जाता है। शिवलिंग पर गंगा जल चढ़ाने से मनुष्य को भौतिक सुख की प्राप्ति होती है और साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।

दूध: भगवान शिव को एक और लोकप्रिय श्रद्धांजलि दूध है। इसे आराधना और सम्मान के रूप में शिव लिंग पर लगाया जाता है। दूध को शुद्ध, पौष्टिक और प्रचुर मात्रा में माना जाता है।

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शहद: शहद अक्सर भगवान शिव को अर्पित किया जाता है क्योंकि इसे एक सुखद और शुद्ध सामग्री माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शहद अर्पित करना भक्ति और ईश्वर के प्रति समर्पण की मिठास का प्रतिनिधित्व करता है। शिवलिंग पर शहद चढ़ाने से मधुमेह में राहत मिलती है।

दही: श्रावण सोमवार के दौरान भगवान शिव को दही और घी का भोग भी लगाया जाता है। वे संपूर्णता, जीविका और प्रचुरता के प्रतीक हैं। इन्हें भक्त बड़े आदर और भक्ति भाव से अर्पित करते हैं।

फल: भगवान शिव को विभिन्न प्रकार के फल दिए जाते हैं, जिनमें केला, नारियल और मौसमी फल शामिल हैं। फलों को उदारता, ऊर्जा और कृतज्ञता के प्रतिनिधित्व के रूप में देखा जाता है। भक्तों द्वारा उनकी आराधना और समर्पण के संकेत के रूप में ताजे और पके फल चढ़ाए जाते हैं।

धतूरा: इसे धतूरा भी कहा जाता है, धतूरा भगवान शिव से जुड़ा एक पूजनीय फूल है। शिव पूजा में इसका एक महत्वपूर्ण अर्थ है और अनुयायी श्रद्धापूर्वक इसे भगवान शिव को अर्पित करते हैं।

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अगरबत्ती और दीया: शिव पूजा के दौरान, तेल के दीपक (दीये) और अगरबत्ती (अगरबत्ती) जलाए जाते हैं। धूप की सुगंध और दीपक की रोशनी से शांति और दिव्यता की आभा उत्पन्न होती है। ये वस्तुएं उपासकों द्वारा भगवान शिव के साथ अपने आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत करने के लिए अर्पित की जाती हैं।

गुड़: सावन में गुड़ से शिव का अभिषेक करना भक्ति, मिठास, शुद्धि, जीवन शक्ति और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रतीक है।

भांग: भगवान शिव का पसंदीदा, यह पदार्थ विभिन्न रूपों में चढ़ाया जाता है। इसे कच्चा (पत्तियां) या पेस्ट या पेय पेश किया जा सकता है। यह हमारे जीवन में मौजूद सभी नकारात्मकता और बुरी ऊर्जाओं को गायब कर देता है।