Former Team India cricketer Venkatesh Prasad: क्या गलत के खिलाफ बोलने का मतलब बीजेपी में शामिल होना है? इस क्रिकेटर ने ट्रोलर्स को दिया करारा जवाब
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने अग्निपथ योजना के खिलाफ जारी हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान ट्रोलर्स को करारा जवाब दिया है। अग्निपथ योजना में हिंसा करने और हंगामा करने वाले बदमाशों की तुलना में उन्हें टैग करने पर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी है। वेंकटेश ने अपने ट्वीट में एक बड़े ट्रोल हैंडल के दुष्प्रचार की भी आलोचना की है।
दरअसल, खुद को ट्रोल्स विरोधी बताकर एकतरफा एजेंडा चलाने वाले @TeamSaath ने 18 जून 2022 को एक पोस्ट में लिखा, ''सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार और साइना नेहवाल की अपार सफलता के बाद बीजेपी सरकार ने अब रवीना टंडन और वेंकटेश प्रसाद को नए तारणहार के रूप में पेश किया। ट्रोल अकाउंट का करारा जवाब देते हुए वेंकटेश प्रसाद ने लिखा, "आपका हैंडल खुद को ट्रोल और उत्पीड़न के खिलाफ बताता है, है ना? मुझे खेद है, आपके पास कोई चेहरा नहीं है। अगर गलत के खिलाफ आवाज उठाना बीजेपी में शामिल होना है, तो आपके आईक्यू पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है। '
Burning trains & buses is no way to protest. If you have issues, demonstrate peacefully. Violence is absolutely not done & severe action must be taken against everyone indulging in such acts.
— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) June 17, 2022
Ab jo Nupur aur anya logon ko jaan ki dhamki mil rahi,uspar dahi jamaye ho, woh pighlao https://t.co/MSxZKw1Gv6
इसके साथ ही टीपू सुल्तान पार्टी के सोशल मीडिया चीफ वेंकटेश प्रसाद ने भी करारा जवाब दिया है। दरअसल, 17 जून 2022 को साहिल रिजवी ने एक पोस्ट में लिखा था, 'नमस्कार वेंकटेश प्रसाद। देखिए, आपके भाइयों ने पूरी जमीन में आग लगा दी है। अब आपके मुंह में दही क्यों जम गया है?' बता दें कि राणा जॉब ने भी यही सवाल पूछा था। इन ट्रोलर्स को जवाब देते हुए वेंकटेश प्रसाद ने लिखा, 'ट्रेनों और बसों को जलाना विरोध का तरीका नहीं है। अगर आपको कोई समस्या है, तो शांति से प्रदर्शन करें। हिंसा बिल्कुल न करें। ऐसे हिंसक कृत्यों में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। अब नूपुर और जान से मारने की धमकी पाने वाले अन्य लोगों पर जमा हुए दही को पिघला लें। '
वेंकटेश प्रसाद ने कुछ दिन पहले 10 जून 2022 को कर्नाटक के बेलगावी में नूपुर शर्मा के पुतले को फांसी दिए जाने का विरोध किया था। तब उन्होंने इसे 21वीं सदी की अविश्वसनीय घटना बताया था। इस ट्वीट के बाद न केवल वामपंथी बल्कि कट्टरपंथी मानसिकता के कई लोग वेंकटेश प्रसाद को सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं।